संत रामपाल जी महाराज जी के विचार सुनकर व्यक्ति दहेज लेने व देने की सोच भी नहीं सकता। ऐसे सटीक तरीके से सत्संग में समझाया जाता है। संत रामपाल जी महाराज जी से दीक्षा लेने के पश्चात् हमने गुरू जी के आदेश का पालन करते हुए दहेज लेना-देना पूर्ण रूप से त्याग